पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अगले साल है कि लेकिन अभी से सियासी माहौल तैयार हो गया है. सियासत की लड़ाई सिर्फ जुबानी हमलों तक नहीं बल्कि पथराव तक आ गई है. बीजेपी के नेता और बंगाल प्रभारी कैलाश विजय वर्गीय की गाड़ी पर आज डायमंड हार्बर में प्रदर्शनकारियों ने पत्थर मारे. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर भी हमला किया गया. बीजेपी नेताओं ने इस घटना के लिए टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है.
काफिले पर हमले के बाद जेपी नड्डा ने कहा, “आज मैं यहां आया हूं,रास्ते में मुझे जो दृश्य देखने को मिला, वो इस बात को बताता है कि ममता जी के राज में बंगाल अराजकता और असहिष्णुता का पर्यायवाची बन चुका है आज मैं यहां पहुंचा हूं तो मां दुर्गा के आशीर्वाद से पहुंचा हूं। टीएमसी के कार्यकर्ताओं और उनके गुंडों ने प्रजातंत्र का गला घोंटने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। ये अराजकता ज्यादा दिन नहीं चलने वाली है, ममता जी की सरकार यहां से जाने वाली है, और बंगाल में कमल खिलने वाला है।”
भाजपा नेता अनुपम हजारा ने कहा कि यह एक पूर्व नियोजित हमला था, पुलिस प्रदर्शनकारियों की मदद कर रही थी। कई भाजपा कार्यकर्ता घायल हुए हैं। पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र नहीं है। भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “मैं इस हमले में घायल हो गया हूं। पार्टी अध्यक्ष की कार पर भी हमला किया गया। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। पुलिस की मौजूदगी में, गुंडों ने हम पर हमला किया। ऐसा लगा जैसे हम अपने ही देश में नहीं हैं।”