उत्तर प्रदेश के अमरोहा की रहने वाली शबनम ने साल 2008 में अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने ही परिवार के सात सदस्यों की हत्या कर दी थी. इस जुर्म के लिए सुप्रीम कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई है. सुप्रीम कोर्ट से दया याचिका खारिज होने के बाद शबनम ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष एक नई याचिका दायर की है.
जेल प्रशासन ने शबनम की तस्वीर खींचने और वायरल करने वाले बंदी रक्षकों को सोमवार को निलंबित कर दिया है. तस्वीर वायरल करने के मामले में बंदी रक्षक नाहिद बी और शुएब खान को निलंबित किया गया है.वायरल तस्वीर के बारे में जेल प्रशासन का कहना है कि ये फ़ोटो शबनम की ही है और 26 जनवरी के दिन खींची गई थी.
दूसरी ओर रामपुर जिला कारागार के अधीक्षक पी डी सलोनिया ने बताया कि रामपुर जिला जेल से शबनम के वायरल तस्वीर के मामले की जांच में दो बंदी रक्षक दोषी पाये गये, जिन्हें निलंबित कर दिया गया है और प्रशासनिक दृष्टिकोण से शबनम को बरेली जिला जेल स्थानांतरित कर दिया गया है. निलंबित बंदी रक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू की जा रही है.