प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शनिवार को कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ शुरू किए गए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत शनिवार को भारत में अग्रिम पंक्ति के लगभग दो लाख स्वास्थ्यकर्मियों और सफाईकर्मियों को टीके की पहली खुराक दी गई। इसके साथ ही दुनियाभर में 10 महीनों में लाखों जिंदगियों और रोजगार को लील लेने वाली इस महामारी के भारत में खात्मे की उम्मीद जगी है।
एक तरफ जब पूरी दुनिया भारत में शुक्रवार से शुरू हुए कोरोना के खिलाफ सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की तारीफ कर रही थी. तब ठीक उसी वक्त देश में सियासत कोरोना वैक्सीन की विश्वसनीयत को लेकर गरम थी.
सबसे पहले सवाल कांग्रेस ने खड़े किए और फिर देर शाम तक इसमें समाजवादी पार्टी भी शामिल हो गई. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार के बड़े मंत्रियों ने टीका क्यों नहीं लगवाया.
विपक्ष के आरोप लगते ही बीजेपी के दिग्गज मैदान में कूद पड़े. सरकार की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे समेत तमाम दिग्गजों ने वैक्सीन को सुरक्षित बताते हुए विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कोरोना के खिलाफ दुनिया में सबसे सफल जंग भारत में लड़ी गई. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की.