पश्चिम बंगाल के बर्धमान में रैली करने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने टीएमसी और ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला. प्रधानमंत्री ने कहा कि आधे चुनाव में ही टीएमसी पूरी साफ हो गयी है. दीदी की बौखलाहट साफ दिख रही है और उनकी बैखलाहट बढ़ती जा रही है. प्रधानमंत्री ने कहा कि समझ नहीं आता कि दीदी को कड़वाहट इतनी पसंद क्यों है ?
बीजेपी का प्रयोग त्रिपुरा में सफल रहा था और उसने 25 साल पुरानी सीपीएम सरकार को 2018 में सत्ता से बेदख़ल कर दिया था. बीजेपी ने त्रिपुरा में अपने कुनबे को बड़ा करते हुए आईपीएफ़टी से गठबंधन किया था.
त्रिपुरा में कांग्रेस से टीएमसी के नेता बने सुदीप रॉय बर्मन को अमित शाह ने चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल किया था. संबित पाल नेअपनी किताब ‘द बंगाल द राइज ऑफ द बीजेपी’ में लिखा है कि त्रिपुरा में बीजेपी के गेमप्लान को कामयाब बनाने में सुदीप रॉय बर्मन की अहम भूमिका रही.
बीजेपी ऐसा प्रयोग गुजरात में कर चुकी थी. नरहरि अमीन को 2012 में और 2018 में विट्ठलभाई रडाडिया को बीजेपी में शामिल किया गया था. 2016 में असम में तरुण गोगोई के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा को भी अमित शाह बीजेपी में लाए थे और वहां सरकार बनाने में उनकी अहम भूमिका रही. बीजेपी ने इसी प्रयोग को पश्चिम बंगाल में भी दोहाराया और यह प्रयोग संगठन को मज़बूत करने में काफ़ी महत्वपूर्ण साबित हुआ.