विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि अफगान शांति प्रक्रिया के दौरान अफगानिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान हर हालत में किया जाना चाहिए।
दोहा में आयोजित इस वार्ता पर वर्चुअल संबोधन में जयशंकर ने कहा कि शांति प्रक्रिया देश में मानवाधिकारों और लोकतंत्र को प्रोत्साहित करे, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और कमजोर वर्गों के हितों को सुनिश्चित करे और देश में हिंसा को प्रभावी तरीके नियंत्रित करे।
जयशंकर ने दोनों पक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि शांति प्रक्रिया अफगानिस्तान के नेतृत्व में होनी चाहिए और उसपर उसी का नियंत्रण रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बातचीत में अफगानिस्तान की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान होना चाहिए।
बातचीत ऐसी हो जो मानवाधिकार और लोकतंत्र को बढ़ावा देती हो। उन्होंने दोनों पक्षों से अल्पसंख्यकों, महिलाओं और असहायों के हित सुनिश्चित करने को कहा। इसके अलावा देशभर में हिंसा रोकने के लिए प्रभावी उपाय करने पर भी जयशंकर ने जोर दिया।