400 किमी तक ​दुश्मन को तबाह करेगी भारत की ये दमदार मिसाइल, जिससे China व Pak की बढ़ी मुश्किलें

भारत ने​ बुधवार को विस्तारित रेंज ​​ ​​ ​​ब्रह्मोस ​​सुपरसोनिक ​​क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जो 400 किमी से अधिक दूरी पर लक्ष्य को​​ मार सकती है।​ रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ​(डीआरडीओ) ​की ​पीजे-10 परियोजना के तहत मिसाइल को स्वदेशी बूस्टर के साथ लॉन्च कि​​या गया था।​

पहले 300 किमी. तक मारक क्षमता वाली ​ ​​ब्रह्मोस ​​मिसाइल ​में ​ डीआरडीओ ने ​पीजे-10 परियोजना के तहत​ ​ ​​स्वदेशी बूस्टर ​बनाकर इसकी मारक क्षमता बढ़ा दी है​ ​​।​

​​ ब्रह्मोस मिसाइल की खासियत

– यह हवा में ही मार्ग बदल सकती है और चलते फिरते लक्ष्य को भी भेदने में सक्षम

– इसको वर्टिकल या सीधे कैसे भी प्रक्षेपक से दागा जा सकता है।

– यह मिसाइल तकनीक थलसेना, जलसेना और वायुसेना तीनों के काम आ सकती है।

– यह 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भर सकती है और रडार की पकड़ में नहीं आती।

– अन्य मिसाइल पहचान प्रणाली को धोखा देने में सक्षम है, इसे मार गिराना असम्भव

– ब्रह्मोस की प्रहार क्षमता अमेरिका की टॉम हॉक से लगभग दुगनी और अधिक तेज

– आम मिसाइ​लों के विपरीत यह हवा को खींच कर रेमजेट तकनीक से ऊर्जा प्राप्त करती है।

– यह मिसाइल 1200 यूनिट ऊर्जा पैदा कर अपने लक्ष्य को तहस-नहस कर सकती है।

इस परीक्षण को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के पीजे-10 परियोजना के तहत किया गया। इसके तहत मिसाइल को स्वदेशी बूस्टर के साथ लॉन्च किया गया। यह ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल के विस्तारित रेंज संस्करण का दूसरा परीक्षण था। इस मिसाइल का एयरफ्रेम और बूस्टर स्वदेशी है।

 

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