Tag: Pushpa Chaudhari Poem
दीपावली की शुभकामनाएं – पुष्पा चौधरी
एक कुम्हार
गढ़ता है दिया,
पकाता है।
किसान
तिलहन उगाता है।
कोई कोल्हू में
पेरता है तेल,
कोई पूरता है बाती।
हम तो सिर्फ
जलाते हैं दिये,
जगाते हैं प्रकाश।
हमारी रोशनी में
लगे हैं कितने...