इजरायल और यूएई ने सालों से चली आ रही दुश्मनी को भुलाकर ऐतिहासिक शांति समझौते पर दस्तखत किया है। इस डील को मुकाम तक पहुंचाने में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस समझौते के बाद यूएई और इजरायल के बीच राजनयिक संबंधो की नई शुरुआत भी होगी।
इजराइल और यूएई के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुए ऐतिहासिक समझौते का फिलीस्तीन ने कड़ा विरोध किया है. फिलिस्तीन ने इस समझौते को रद्द करने की मांग की है और यूएई से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया है.
इस समझौते के तहत इजराइल और यूएई आने वाले सालों में आपसी संबंधों को सामान्य करेंगे. उधर इजराइल ने भी वादा किया है कि वेस्ट बैंक को मिलाने की अपनी योजना को स्थगित कर रहा है. इस समझौते के बाद यूएई पहला ऐसा खाड़ी देश और तीसरा अरब देश बन गया है जिसने इजराइल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किये हैं.