भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते पहले से ही कोई खास अच्छी स्थिति में नहीं हैं। पड़ोसी मुल्क के ताजा कदम के बाद दोनों देशों के बीच और खटास आनी तय है। चीन की शह पर पाकिस्तान ने भारतीय डिप्लोमेट जयंत खोबरागड़े को वीजा देने से इनकार कर दिया है।
मिशन के प्रमुख के रूप में खोबरागड़े का नाम इस साल जून में प्रस्तावित किया गया था। उसी महीने में, भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों में और कटौती करते हुए मिशन स्टाफ में 50 फीसदी की कमी कर दी थी।
पाकिस्तान की तरफ से खोबरागड़े को वीजा न देने को सरकार उसकी मिशन स्टाफ में कटौती के तौर पर जवाबी कार्रवाई की तरह देख रही है। इसके अलावा, कश्मीर मुद्दे पर ‘इन्फॉर्मेशन वॉर’ में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खास सफलता न मिलने की झुंझलाहट पाकिस्तान इस तरह दिखा रहा है।