कानपुर दक्षिण। सूब की योगी सरकार एक तरफ अपराध और भृस्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने का सपना देख रही है। इन सब प्रयासों के बावजूद भी चंद सत्ताधारी नेताओं की सरपरस्ती के चलते खनन माफियाओं का अवैध रूप से कारोबार चल रहा है। कथित छुटभैया नेताओं द्वारा अपनी जेब गर्म रखने के एवज में दिन रात खनन पर खनन करवाये जा रहे हैं।
इसी के चलते अपराधी योगी सरकार की लगाम से बाहर होते चले जा रहे हैं। इस खनन माफियाओं की काली कारस्तानी का भुगतान बेचारी आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। कुछ ऐसे ही आरोप लगाते हुए बिनगवा निवासी दिलीप सचान, शिवकुमार, विकास श्रीवास्तव समेत करीब दर्जन भर लोगों ने बताया कि पहाड़पुर स्थित धोबी तालाब के पास हाल ही इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण हुआ था। खनन माफियाओं के डम्फरों ने बेचारी नवनिर्मित सड़क को रौंदकर कुछ ही दिनों में उसके परखच्चे उड़ा डाले।
जानकारी लेने पर पार्षद मेनका सेंगर ने बताया कि बीते कई वर्षों से बिनगवा में अवैध खनन माफियाओं और भूमाफियाओं का काला कारोबार फल फूल रहा है। हर रोज रात खनन माफियाओं के मिट्टी भरे अवैध डम्फर पकड़े जाने के डर से मुख्य मार्ग से न जाकर पहाड़पुर की छोटी छोटी गलियों से होकर गुजरते है। आरोप है कि रोज रात में मिटटी भरे डम्फरों की आवाजाही ने छोटी-छोटी नवनिर्मित कई सड़कों को उखाड़ कर रख दिया है, जिससे सरकार के राजस्व से लाखों रुपयों में इन खनन माफियाओं के डम्फरों ने आग लगा दी है।
जिस कारण दिन प्रतिदिन स्थानीय लोग सड़क टूटने की शिकायत लेकर आ जाते हैं। बताया गया कि बीते दिनों थाना प्रभारी समेत पुलिस चौकी में भी खनन माफियाओं के खिलाफ शिकायत दी गई थी। आरोप ये भी है कि सेन चौकी प्रभारी सुभाष चन्द्र जब खनन माफियाओं के मिट्टी से भरे अवैध डम्फर पकड़ लेते हैं, तो दक्षिण क्षेत्र के ही कथित भाजपा नेताओं का चौकी में जमावड़ा लग जाता है और चौकी पुलिस पर दबाव बनाकर डम्फरों को पुलिस की गिरफ्त से बाहर कर लेते हैं। ऐसे ही कई वर्षों से पुलिस पर दबाव बनाकर सत्ताधारी सफेदपोशों की काली करतूत योगी सरकार के भृस्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने के अरमानों पर पानी फेरते नजर आ रही है।