भारतीय वायुसेना 8 अक्तूबर को अपनी 88वीं वर्षगांठ मना रही है। हिंडन एरयबेस पर वायुसेना परेड हुई। इसके बाद राफेल, सुखोई, एलसीए तेजस, जगुआर के साथ दूसरे विमान ने फ्लाई पास्ट करके आसमान में दुनिया को भारत की ताकत दिखाई।
88वें स्थापना दिवस पर वायुसेना के फ्लाई पास्ट का सबसे बड़ा आकर्षण राफेल अपना दमखम दिखा रहा है और आसमान में राफेल की गर्जना से भारत की जनता गर्व से फूल रही है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि मैं राष्ट्र को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारतीय वायु सेना विकसित होगी और देश की संप्रभुता और हितों की रक्षा के लिए सभी परिस्थितियों के लिए हमेशा तैयार रहेगी।
वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने वायुसेना दिवस के मौके पर संबोधन में कहा कि फ्यूचर में भारतीय वायुसेना 6 जनरेशन फाइटर तकनीकी को बढ़ावा देने पर काम कर रही है. इसके अलावा हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक को डेवलप करने से लेकर अल्ट्रा मॉर्डन ड्रोन सिस्टम की आर्म फोर्सेज में पैठ बढ़ाई जाएगी.
भारतीय वायु सेना का गठन 8 अक्टूबर, 1932 को हुआ था। भारतीय वायु सेना की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, इंडियन एयरफोर्स के वायुयान ने अपनी पहली उड़ान 1 अप्रैल, 1933 को भरी थी। उस समय इसमें RAF द्वारा प्रशिक्षित छह अफसर और 19 हवाई सिपाही (शताब्दिक तौर पर वायुयोद्धा) थे। बताया जाता है कि भारतीय वायु सेना की स्थापना ब्रिटिश साम्राज्य की वायु सेना की एक इकाई के तौर पर हुई थी।