कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर अड़े किसानों ने एलान किया है कि शुक्रवार (26 मार्च) को ‘भारत बंद’ किया जाएगा. संयुक्त किसान मोर्चा ने एलान किया है कि किसान आंदोलन के 120 दिन पूरे होने पर इस बंदी का आयोजन किया जा रहा है. किसान संगठनों की ओर से किए गए इस एलान को कांग्रेस, लेफ्ट, समेत कई विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया है. किसान मोर्चा ने एलान किया है कि होलिका दहन के दिन नए कृषि कानूनों की प्रतियां जालाएंगे.
इसके समर्थन में छत्तीसगढ़ के संगठनों ने भी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। संगठनों का कहना है कि किसान विरोधी तीनों कानूनों, बिजली संशोधन कानून को वापस लेने, सी-2 लागत आधारित न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने, पेट्रोल-डीजल-गैस की कीमतों को आधा करने, श्रम कानूनों को बहाल करने की मांग को लेकर कल 26 मार्च को भारत बंद है।
इसको छत्तीसगढ़ में सफल करने के लिए छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन से जुड़े घटक संगठन पूरी ताकत से मैदान में उतरेंगे। इन संगठनों में छत्तीसगढ़ किसान सभा, आदिवासी एकता महासभा, राजनांदगांव जिला किसान संघ, हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति (कोरबा, सरगुजा), किसान संघर्ष समिति (कुरूद), आदिवासी महासभा (बस्तर), दलित-आदिवासी मजदूर संगठन (रायगढ़) शामिल हैं।