- आनंद प्रकाश
किसी जुबान का अदब जिंदगी की हकीकत का वह दर्पण है जो डॉ. नंदलाल शर्मा से कतई खाली नहीं है। यह तो डॉक्टर साहब के स्वभाव का विशेष गुण है। इसलिए डॉक्टर साहब के मुख से मुखरित हुए हरेक शब्द को डोर में पिरोया जा सकता है। जो प्रत्येक शब्द को पंक्ति बद्ध करके उसके बोझ को बखूबी उठा सके। डॉक्टर साहब का शब्द ही महत्त्वपूर्ण है। किसी ने कहा है- “घिरी हो घटाएं, गिरे लाख बिजली जो चलते रहे हैं वो चलते रहेंगे। घनी आंधियों के अंधेरों में दीपक जो जलते रहे हैं वो जलते रहेंगे।।” ऐसे में जीवन के पथ को अग्रसर करने वाले डॉक्टर साहब का विचार जीवन पथ निर्भीक व निडर हिमालय की तरह अडिग है, गंगा की तरह निर्मल व स्वच्छ है और पवन की तरह श्वास वाहिका है। उनके लिए जितना शब्द कहूँ उतना कम है। जीवन दर्शन की यदि बात की जाय तो शायद शब्द कम पड जाएंगे डॉ. नंदलाल शर्मा के लिए क्योंकि डॉक्टर साहब का स्वभाव ही समाज के लिए सबसे सम्मोहक है। जिनकी वाणी की मिठास, स्पष्ट शब्दों की झंकार, कड़वा सच बोलने का साहस, सत्य राय और युवाओं की ललकार का नाम ही है डॉ. नंदलाल शर्मा। जिनका विश्वास और कार्य करने का तरीका बिल्कुल अलग है, लोगों के प्रति प्रेम। प्रेम, प्रकृति और सौंदर्य ही मानवीय जीवन के अभिन्न अंग है। जिनके आयामों का विस्तार दैनिक जीवन के सामान्य कार्यकलापों से लेकर अलौकिक कल्पनाओं तक, आम आदमी की सामान्य मान्यताओं से लेकर दार्शनिक चिंतक के नैतिक मूल्यों की स्थापनाओं तक फैला हुआ है। ऐसे त्याग, करुणा एवं उदारता के प्रतिमूर्ति, सादगी, सौहार्द व नैतिकता के आग्रही, संवेदना, सद्भाव और मानवता के सजग प्रहरी, शिक्षा, स्वावलंबन एवं कर्म के उपासक आदरणीय डॉ. नंदलाल शर्मा का स्वागत व हार्दिक अभिनंदन। मुम्बई आगमन पर पालघर जिले के नालासोपारा शहर में राष्ट्रीय नाई महासभा द्वारा भव्य सत्कार समारोह का आयोजन। अखिल भारतीय सविता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नंदलाल शर्मा का स्वागत धूम-धाम से सम्पन हुआ। जिसमें अशोक शर्मा (महामंत्री- अखिल भारतीय सविता महासंघ व जिला-उपाध्यक्ष- कांग्रेस नालासोपारा, पालघर), कपूर चंद परिहार (मुम्बई अध्यक्ष-राजस्थानी सेन समाज), राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष- राष्ट्रीय नाई महासभा व महासचिव- शिक्षक सेना), अधिवक्ता- पंचलाल शर्मा (वकील- मुम्बई हाई कोर्ट व सचिव- कांग्रेस उत्तर मुम्बई), आनंदप्रकाश शर्मा ( पत्रकार, साहित्यकार, समाजसेवक व अध्यक्ष- युगांतर चेरिटेबल ट्रस्ट NGO), प्रवीण शर्मा ‘बाबा’ ( संस्थापक अध्यक्ष- हेल्प चेरिटेबल ट्रस्ट, प्रधान महासचिव महाराष्ट्र प्रदेश- राष्ट्रीय नाई महासभा व शहर प्रमुख- शिवसेना), जितेंद्र शर्मा (जिला सचिव- भारतीय जनता पार्टी ‘भाजपा’ पालघर -नालासोपारा), श्री सुशील कुमार रामचंद्र शर्मा ( प्रदेशाध्यक्ष- राष्ट्रीय नाई महासभा व पालघर जिलाध्यक्ष- अखिल भारतीय सविता महासंघ), श्री रमेश पाल (भाजपा), श्री राहुल शर्मा (शाखा अधिकारी-शिवसेना, अध्यक्ष नालासोपारा- अखिल भारतीय सविता महासंघ व अध्यक्ष युवा मित्रमंडल भदोही), श्री विनोद शर्मा ( प्रदेश कोषाध्यक्ष- राष्ट्रीय नाई महासभा) उपस्थित थे।
उत्तर प्रदेश, जिला-भदोही, ग्राम-ममहर निवासी डॉ. नंदलाल शर्मा का जन्म एक शिक्षित परिवार में हुआ है। आप एक सुप्रसिद्ध चिकित्सक है। जो कि स्वभाव से नम, हसमुख मुख, प्रखर वक्ता, युवाओं के प्रेरणा स्रोत, समाज के रत्न डॉक्टर साहब प्रतिभा के धनी व मानवतावादी विचार धारा व न्याय प्रियता के प्रमुख हस्ताक्षर है। युवाओं को जागृत करने के लिए लगभग उत्तर प्रदेश के 75 जिले को अपने पग से नापने का सराहनीय कार्य किया है। उन युवाओं से मिलकर समाज को आगे बढ़ने का संदेश दिया है। उसी दौरान महाराष्ट्र प्रदेश के मुम्बई शहर का दौरा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जिसमें युवाओं से बात-चीत करते समय डॉ. नंदलाल शर्मा ने समाज के युवाओं को कहा कि ” जब तक शिक्षित नहीं बनोगे तब तक हमारा समाज विकास नहीं करेगा, साथ ही संगठित होना अनिवार्य है, क्योंकि संगठन की ताकत ही हमारी पहचान है।” गांव -गिराव के कस्बे में गरीबों के मसीहा कहे जानेवाले डॉक्टर साहब आज भी कुछ ऐसे समुदाय है जिसका इलाज वे मुफ्त में करते हैं। हर संभव उनकी सहायता करते हैं। सदैव उनकी सेवा के प्रति समर्पित रहते है। सुख-दुख के साथी डॉक्टर नंदलाल जी की भाषा सौम्य, सुगम और सरल है। युवाओं के साथ बुजुर्गों के सम्मान को सर्वोपरि मानत है और उनकी सेवा में समर्पित रहते हैं। घर-परिवार, नात-रिश्तेदारियों को अपना समझकर रिश्तों को बखूबी निभाते है। न्याय प्रियता के प्रमुख हस्ताक्षर है। युवाओं की एक पहचान है डॉ नंदलाल शर्मा। गीतकार व कवि नीरज ने लिखा है- “कारवा गुजर गया, गुबार देखते रहे।” ऐसे महान व्यक्ति डॉ. शर्मा ने समाज को जोड़ने का सराहनीय कार्य किया है। समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने का हर संभव प्रयास किया है जिससे समाज में लोगों के अंदर बढ़ी दूरियों व खाइयों को मिटाने का सेतु बनकर हमारे समक्ष हिमालय की तरह खड़े रहते है। डॉ साहब का पुनः हार्दिक अभिनंदन व वंदन है।
- लेखक साहित्यकार व पत्रकार हैं ।