पान खाने का चलन कम करता है कैंसर का खतरा, सुधरता है पाचनतंत्र

पान खाने का चलन

पान खाने का चलन पुराना सही, पर हो सकता है लाभदायक

हमारे देश में भोजन के बाद पान खाने का चलन बहुत ही पुराना है और आज भी कई जगह खाना खाने के बाद पान खाया जाता है। यदि आप पान के पत्तों में तंबाकू, सुपारी, चूना आदि लगातार खाते हैं, तो यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन आप पान के पत्ते का इस्तेमाल करें तो यह आपके शरीर के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। आइए जानते हैं पान के पत्ते चबाने से हमारे शरीर को क्या-क्या लाभ होता है।

पान चबाने से पाचन तंत्र में सुधार होता है-
पान के पत्ते चबाने में हमें अच्छी खासी मेहनत करनी पड़ती है और इससे हमारी लार ग्रंथि पर असर पड़ता है। इससे लार अधिक बनती है, जो कि खाना पचाने में मदद करती है और यह हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत ही ज़रूरी है। यदि आपने भारी भोजन कर लिया है, तो खाने से भोजन जल्दी पच जाता है।

कैंसर का खतरा कम करता है पान-
पान केवल खाना पचाने में ही मदद नहीं करता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों से भी हमारे शरीर की रक्षा करता है। इसमें अधिक मात्रा में एस्कॉर्बिक एसिड होता है, जो एक उत्‍कृष्‍ट एंटीऑक्सिडेंट है और इससे लार में एस्कॉर्बिक एसिड बना रहता है, जिससे मुँह के कैंसर का खतरा कम हो जाता है। साथ ही यह शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा कम करने में भी मदद करता है।

पान माउथ-फ्रेशनर का भी काम करता है-
पान के पत्‍तों में कई ऐसे तत्व होते हैं, जो मुँह की बदबू को खत्म कर देते हैं। इसके अलावा पान में लौंग, सौंफ, इलायची जैसे विभिन्न मसाले मिलने से ये एक बेहतरीन माउथ-फ्रेशनर भी बन जाता है। साथ ही इससे अल्सर से लड़ने में भी मदद मिलती है और अगर आप पान के पत्‍ते के रस को पीते हैं, तो गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में काफी मदद मिलती है।

डायबिटीज में भी सहायक है पान-
पान के पत्तों से ब्लड शुगर पर भी नियंत्रण होता है और इसमें कई प्रभावी एंटी-डायबेटिक तत्व होते हैं। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभदायक होता है।

पान खांसी के लिए एक अचूक दवा-
पान के पत्ते के रस को शहद में मिलाकर खाने से कफ और खांसी में आराम मिलता है और इससे छाती से कफ निकलने में भी मदद मिलती है। अगर पान की डंडी के साथ इसे खाया जाए, तो खांसी में तुंरत आराम मिल जाता है।

इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दें