बढ़ते प्याज के दामों ने आम आदमी की जेब व किचन पर डाला बड़ा प्रभाव, जानिए नया रेट

देश में आलू प्याज के दामों में वृद्धि समेत बढ़ रही बेतहाशा महंगाई के विरोध में शनिवार को आम आदमी पार्टी ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार को सौंपा। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि नए कृषि कानून से जमाखोरी बढ़ रही है।

दक्षिण दिल्ली स्थित ओखला की फल व सब्जी मंडी में भी उपभोक्ताओं की गिरावट देखी जा रही है। बताया जा रहा है कि सब्ज़ियों के दाम बढ़ने से ग्राहक की जेब पर तो असर पड़ ही रहा है साथ ही इससे सब्ज़ी विक्रेताओं की बिक्री भी घटी है। ओखला सब्ज़ी मंडी के एक विक्रेता ने बताया कि प्याज 50-60 रुपये किलो बिक रहा है। जब प्याज सस्ता था, तब प्याज के 50 कट्टे बेचता था, अब 9 कट्टे बेचता हूं। ऐसे में उसकी कमाई पर भी असर पड़ा है।

इस बिल ने पूंजी पतियों को कृषि उपज की जमाखोरी की खुली छूट दे दी है। जिसका सीधा शिकार किसान हुआ है। उनका यह भी कहना है कि कृषि विधेयक में एमएसपी व्यवस्था समाप्त करना घातक है। तीसरा पेट्रोल डीजल की कीमत बढ़ने से मंहगाई में बेतहाशा वृद्धि हो रही है।

दिल्ली में रिटेल में प्याज की कीमत 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. हालांकि, 5 किलो प्याज खरीदने पर यह 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। बता दें, रिटेल में प्याज के दाम पिछले 1 हफ्ते में 35 रुपये से 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।

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