वाशिंगटन के युद्धग्रस्त देश से अफगानिस्तान 11 सितंबर तक अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाने की घोषणा के बाद अमेरिका के एक वरिष्ठ सांसद ने पाकिस्तान की इमरान सरकार को फटकार लगाई। ‘सीनेट आर्म्ड सर्विस कमेटी’ के अध्यक्ष जैक रीड ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान की जड़ें जमाने के पीछे वजह पाकिस्तान में मौजूद उसकी सुरक्षित पनाहगाहें हैं।
एक नए अध्ययन के आधार पर रीड ने कहा कि तालिबान निरंतर पाक खुफिया विभाग आइएसआइ के संपर्क में रहते हुए अपनी ताकत बढ़ाता रहा है।तालिबान के सुरक्षित अभयारण्य की तरफ ध्यान न देकर अमेरिका ने भी बहुत बड़ी गलती की है।
तालिबान पाकिस्तान के सभी ऐसे साधनों का इस्तेमाल करता रहा, जो उसके लिए मददगार साबित हुए। तालिबान ने पाकिस्तान की हवाई सेवा अन्य बुनियादी सेवाओं का इस्तेमाल किया। उसको मनी लॉड्रिंग में भी मदद मिलती रही।
सीनेटर ने कहा कि पाकिस्तान और भारत लंबे समय से दक्षिण एशिया में संघर्ष में शामिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिका और उसके गठबंधन सहयोगियों के सैनिकों की वापसी के फैसले के पीछे एक वजह है .