कई राज्यों में बर्ड फ्लू की दस्तक देने और हजारों पक्षियों की मौत के बाद देश में चिकन और अंडों के कीमत में कमी देखने को मिली है। संक्रमण फैलने का असर पोल्ट्री उद्योगों एवं बाजारों पर पड़ा है। पिछले कुछ दिनों में चिकन और अंडे की मांग में कमी देखने को मिली है। बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए देश के 1.75 लाख करोड़ रुपए के पोल्ट्री उद्योग पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
एक खबर के मुताबिक दक्षिण भारत में चिकन की बिक्री में 30 फीसदी की गिरावट आई है जबकि उत्तर और पश्चिम भारत में सेल 50 से 60 फीसदी तक गिरी है. नेशनल एग को-ऑर्डिनेशन कमेटी उत्तर भारत में पॉल्ट्री से खरीदे जाने वाले चिकन की कीमत 30 फीसदी घट कर 70 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है.
पॉल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया का कहना है कि हालांकि बर्ड फ्लू से जुड़ी कुछ अफवाहें भी फैल रही हैं इससे चिकन और अंडे की बिक्री आधी रह गई है. पंजाब पॉल्ट्री फार्मर्स एसोसिएशन ने कहा है कि 2006 के बाद से ही बर्ड फ्लू पॉल्ट्री इंडस्ट्री के लिए चिंता की वजह बन गई है. हालांकि भारत में बर्ड फ्लू पक्षियों से इंसान में फैलने का कोई मामला अब तक नहीं आया है.