म्यांमार में सेना के तख्तापलट के बाद खून खराबा शुरू हो गया है। शनिवार को स्व-शासित क्षेत्र के पूर्व प्रमुख निकाय सदस्य के काफिले पर हुए सशस्त्र हमले में 12 लोगों की मौत हो गई। मारे जाने वालों में 9 आम नागरिक और तीन पुलिसकर्मी हैं।
दुनियाभर में इंटरनेट सेवाओं पर लगाए जा रहे पाबंदियों पर नजर रखने वाली कंपनी ‘नेटब्लॉक’ ने बताया कि शनिवार सुबह से म्यांमार में इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद है। इसके अलावा म्यांमार में सैन्य शासन की सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी है।
म्यांमार में शुक्रवार को ट्विटर और इंस्टाग्राम के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई थी। फेसबुक पर देश में पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है। जानकारी के मुताबिक, इस सप्ताह दूसरी बार म्यांमार में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगाया गया है।
म्यांमार में 1 फरवरी को सेना ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गुई सरकार के नेताओं को हिरासत में ले लिया और देश की सत्ता को कब्जे में ले लिया। सेना ने बाद में यह घोषणा की थी कि तख्तापलट देश के लिए जरूरी था और अब एक साल बाद चुनाव कराए जाएंगे।