अमेरिका के राष्ट्रपति डोनोल्ड ट्रंप के बगदाद में 2007 में हुए नरसंहार के मामले में दोषी पाए गए पूर्व सरकारी ठेकेदारों को माफी देने के फैसले को मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और कुछ इराकी लोगों ने न्याय नहीं होना बताया है। इराकी नेतृत्व के लिए खबर ऐसे महत्वपूर्ण समय में आई है, जब वह कुछ इराकी गुटों द्वारा अमेरिकी सैनिकों की इराक से पूर्ण वापसी का मांग पर संतुलित बनाने की कोशिश कर रहा है।
इराक युद्ध के दौरान ब्लैकवाटर के सैनिकों के पास पॉल स्लॉग, इवेन लिवर्टी, डस्टिन हर्ड और निकोलस स्लाटर मशीन गन, ग्रेनेड लॉन्चर जैसे हथियार और स्नाइपर से लैस एक बख्तरबंद काफिला था।
इस काफिले ने राजधानी बगदाद में निसौर चौर पर निहत्थे और निर्दोष लोगों पर गोलियां बरसाईं थीं। इस घटना में दो बच्चों समेत 17 लोगों की मौत हो गई थी।इस घटना को लेकर ब्लैकवाटर के वकील ने दलील दी कि उन्होंने विद्रोहियों के आत्मघाती हमले से बचने के लिए गोलियां चलाई थीं।
वियतमान युद्ध में भी अमेरिकी सेना ने निर्दोष लोगों पर गोलियां चलाई थीं। 2014 में इन चारों पर आरोप सिद्ध हुआ और चारों को 30-30 साल की सजा सुनाई गई। इस हत्याकांड के बाद ब्लैकवाटर को फिर इराक में ठेका नहीं मिला।