कोरोना वायरस से बचाव के लिए शुरुआत से ही सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई बरतने और मास्क पहनने की सलाह दी जाती रही है। एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने वाली इस महामारी की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है, जब लोग मास्क का इस्तेमाल करते हैं। मास्क को लेकर समय-समय पर स्वास्थ्य एजेंसियां दिशानिर्देश जारी करती रही है।
अब, कोरोना वायरस की दूसरी लहर में तेजी आई है. बुधवार को जारी विस्तृत सिफारिश में सुझाव दिया गया कि जिन इलाकों में कोरोना वायरस फैल रहा है, वहां 12 साल या उससे ज्यादा उम्र के छात्र और बच्चे समेत सभी लोग फेस मास्क इस्तेमाल करें. दुकानों, दफ्तरों और शैक्षणिक संस्थानों में हवा की निकासी का प्रबंध खराब होने की सूरत में तो और भी लाजिमी है
गाइडलाइन्स के मुताबिक, ऐसे स्थान जहां हवा निकासी का प्रबंध ठीक न हो वहां घरों के अंदर भी मेहमानों के आने पर फेस मास्क का इस्तेमाल किया जाए. हवा की अच्छी निकासी वाले स्थानों के अंदर भी फेस मास्क का उस वक्त जरूर इस्तेमाल किया जाए जब कम से कम एक मीटर तक शारीरिक दूरी को बरकरार रखना संभव न हो.
लोग ये तो मानते हैं कि मास्क पहनना चाहिए, लेकिन बहुत सारे लोग जानते हुए भी मास्क पहनने के निर्देश की अनदेखी करते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह है लोगों को मास्क जरूर पहनना चाहिए। बच्चों के लिए भी डब्ल्यूएचओ ने मास्क संबंधी दिशानिर्देश जारी किए हैं।