भारत-रूस के बीच कोरोना वैक्सीन के उत्पादन को लेकर हुआ समझौता, सालाना तैयार होंगे इतने डोज़

भारत रूस की वैक्सीन का 100 मिलियन डोज सालाना उत्पादन करेगा. रूसी डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) और हैदराबाद की कंपनी हेटेरो बॉयोफार्मा के बीच समझौता हुआ है. आरडीआईएफ ने कहा है कि 2021 की शुरुआत में वैक्सीन उत्पादन शुरू करने का उसका इरादा है.

डॉ रेड्डडीज और आरडीआईएफ ने स्पूतनिक-5 टीके के क्लिनिकल ट्रायल और भारत में इसके वितरण के लिए समझौता किया था. समझौते के तहत आरडीआईएफ, टीके की एक हजार करोड़ खुराक डॉ रेड्डीज को उपलब्ध कराएगा. गमालेया और रूसी प्रत्यक्ष निवेश फंड (आरडीआईएफ) की ओर से जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा गया इस परीक्षण में 40,000 स्वयंसेवकों ने भाग लिया

इन परीक्षणों में 16,000 से अधिक स्वयंसेवियों पर टीके के प्रभाव का अध्ययन किया गया, जिन्हें पहला इंजेक्शन दिये जाने के 21 दिन बाद टीका या प्लेसिबो दिया गया.

आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिल दैमित्री ने कहा, “हमें आरडीआईएफ और हेटेरो के बीच समझौते का ऐलान करते हुए खुशी हो रही है. समझौते से भारत की जमीन पर अत्यधिक प्रभावी और सुरक्षित स्पुतनिक-V वैक्सीन के उत्पादन का रास्ता तैयार होगा.”

 

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