भारत ने ओडिशा के चांदीपुर से जमीन से हवा में मार करने वाली मध्यम रेंज की शक्तिशाली मिसाइल (एमआरएसएम) का सफल परीक्षण किया। कई विशिष्ट क्षमताओं से लैस यह मिसाइल 70 किलोमीटर के दायरे में आने वाली किसी भी मिसाइल, लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन, निगरानी विमानों और हवाई शत्रुओं को मार गिराने में सक्षम है।
इससे पहले एक मानव रहित यान (यूएवी) ‘बंशी’ को हवा में उड़ान के लिए भेजा गया और एमआरएसएएम ने इसे सटीकता से निशाना बनाया. भारत डायनामिक्स लिमिटेड ने एमआरएसएएम का निर्माण किया है.उन्होंने बताया कि भारतीय सेना में इसको शामिल करने से रक्षा बलों की लड़ाकू क्षमता में और बढ़ोतरी होगी.
सूत्रों ने बताया कि परीक्षण के लिए मिसाइल दागे जाने के बाद से समुद्र में इसके गिरने तक विभिन्न रडार और अन्य उपकरणों के जरिए इसकी निगरानी की गयी.राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मिसाइल छोड़े जाने के पहले बालासोर जिला प्रशासन ने परीक्षण स्थल के ढाई किलोमीटर के दायरे में रहने वाले 8100 से ज्यादा लोगों को बुधवार सुबह पास के आश्रय केंद्र में पहुंचा दिया था.