ब्रिटेन (Britain) में कोरोना वायरस (Corona Vaccine) की वैक्सीन देने का काम शुरू हो गया है. मंगलवार से व्यापक पैमाने पर यह कार्यक्रम शुरू किया गया है. उत्तरी आयरलैंड की रहने वाली 90 साल की मारग्रेट कीनन (Margaret Keenan) दुनिया की पहली शख्स बन गई हैं, जिन्हें कोरोना वायरस की वैक्सीन दी गई है.
इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी बताया है कि किसे सबसे पहले वैक्सीन मिलनी चाहिए. WHO के प्रमुख टैड्रॉस ऐडनेहॉम घेबरेयेसस ने कहा है कि सबसे पहले फ्रंट लाइन पर काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को यह वैक्सीन दी जानी चाहिए.
टैड्रॉस ऐडनेहॉम घेबरेयेसस ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों के बाद इसे उन लोगों को दी जानी चाहिए जो मरीज सबसे अधिक जोखिम वाले हालात में हैं. उन्होंने ये भी कहा कि हर देश को इस वैक्सीन को लेकर अपने यहां पर प्राथमिकता तय करनी चाहिए.
संगठन के प्रमुख का कहना है कि वैक्सीन अब देशों को मुहैया करवाए जाने शुरुआती दौर में है. हालांकि उन्होंने वैक्सीन की रखरखाव को लेकर भी चिंता जताई है. उनका कहना है कि सरकारों को इन वैक्सीन को सुरक्षित बनाए रखने के उपाय करने होंगे. उनके मुताबिक डब्ल्यूएचओ इस बात पर निगाह रखे हुए है कि ठीक होने वाले मरीजों में एंटीबॉडीज आखिर कितने समय तक शरीर में बरकरार रहती है.