भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कई सालों से रिश्तों में जमीं बर्फ अब पिघलने लगी है. पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से पाकिस्तान डे पर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को खत और उसके जवाब में इमरान की तरफ से पीएम मोदी को जवाबी पत्र के बाद रिश्तों में सुधार दिखने शुरू हो गए हैं. पाकिस्तान के आर्थिक समन्वय परिषद ने भारत ने कपास और सूती धागे के आयात की इजाजत दे दी है.
पाकिस्तान में लोग भारतीय कपास और चीनी की मांग कर रहे हैं, क्योंकि यह उन्हें कम कीमत में मिल जाती है। दूसरे देशों से होने वाली आपूर्ति के मुकाबले भारतीय उत्पाद सस्ते हैं। भारत दुनिया में कपास का सबसे बड़ा उत्पादक है तो चीनी का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत को निर्यात करके जहां सरप्लस खपाने में मदद मिलेगी तो पाकिस्तान में रमजान से पहले चीनी की कीमतें कम हो जाएंगी।
पाकिस्तान ने भारत से आयात को मंजूरी ऐसे समय पर दी है जब दोनों देशों के रिश्तों में पिछले कुछ समय से सुधार के संकेत मिल रहे हैं। बंटवारे के बाद से तीन युद्ध लड़ चुके दोनों देशों के बीच पिछले महीने संघर्षविराम को लागू करने पर सहमित बनी तो दोनों देशों की सेनाओं ने संयुक्त बयान जारी किया।