केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 61वें दिन भी लगातार जारी है। कल यानी 26 जनवरी के दिन प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के लिए हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में किसान आज से ही ट्रैक्टर लेकर दिल्ली की ओर बढ़ना शुरू हो गए हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कहा कि जिस तरीके से बिना किसी बहस या चर्चा के कृषि कानूनों को किसानों पर धकेल दिया गया, उसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में स्वीकार नहीं किया जा सकता। केंद्र के पास राज्य के विषय पर कानून बनाने की कोई शक्ति नहीं है।
हमे यह सुनिश्चित करना होगा कि किसानों की आवाज को न केवल सुना जाए, बल्कि उस पर ध्यान दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने उन सभी किसानों के लिए अपना सम्मान बढ़ाया, जिन्होंने लंबे समय तक आंदोलन में अपना जीवन खो दिया।
पंजाब से किसानों के कई और समूह 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने के लिये रविवार को दिल्ली रवाना हो गए हैं। इस बीच, हरियाणा की विभिन्न खापों ने भी परेड में हिस्सा लेने के लिये कमर कस ली है। केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं किसान यूनियनों ने कहा था कि वे गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने के लिये तैयार हैं।