कोरोना की दूसरी लहर व लॉकडाउन 2.0 की आशंका के कारण बिहार लौटने पर मजबूर हो रहे देश के प्रवासी मजदूर

बिहार के प्रवासी मजदूर सालभर पहले कोरोना महामारी के कारण झेली गई जलालत व परेशानी भूले नहीं हैं. कई राज्यों में तो उनके नियोक्ताओं ने ही उन्हें अपने घर लौट जाने को कह दिया है.  बिहार सरकार ने भी स्थिति को भांप तैयारी शुरू कर दी है.

घोसवारी गांव के रहने वाले आनंद कुमार कहते हैं कि इस गांव के दर्जनों लोग बाहर कमाने गए थे और अब लॉकडाउन की आशंका के बाद वापस घर लौट आए हैं या लौटने की तैयारी कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि पिछले साल जब लॉकडाउन लगा था, तब भी वापस आए थे. उसके बाद काम नहीं मिला तब फिर वापस चले गए थे. अब एकबार फिर लॉकडाउन के कारण लोग लौटने को विवश हैं.

देशभर में सक्रिय मामलों (एक्टिव केस) की संख्या जहां आठ लाख को पार कर गई है, वहीं इस महामारी से प्रतिदिन होने वाली मौत का आंकड़ा भी पांच सौ के करीब पहुंच गया है. महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तामिलनाडु, मध्यप्रदेश व राजस्थान में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं.

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