कंगाली की मार सह रहा पाकिस्तान एक बार फिर हिंसा की आग में झुलस रहा है। पाकिस्तान की सड़कों पर बीते तीन दिनों से कट्टर इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक के समर्थक ने उत्पात मचा रखा है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के कारण पाकिस्तान जंग का मैदान बन चुका है
फ्रांस ने अपने नागरिकों और कंपनियों को कहा है कि उन्हें कुछ समय के लिए पाकिस्तान से निकल जाना चाहिए क्योंकि वहां की स्थितियां पेरिस के हितों के लिए खतरा है.
कार्टून को लेकर इमरान सरकार को फ्रांस के राजदूत को वापस भेजे जाने को लेकर कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान ने डेडलाइन दी थी.
मगर प्रदर्शन से पहले ही पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिज्वी की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए. इन झड़पों के दौरान सात लोगों की मौत हो चुकी है
उन्होंने यह भी बताया कि बीते दो दिन में प्रदर्शनकारियों के साथ झड़पों में कम से कम दो पुलिस अधिकारियों की जान जा चुकी है जबकि 340 से अधिक घायल हुए हैं।