भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि लद्दाख में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के गतिरोध से निपटने के लिए सैन्य विकल्प तैयार हैं लेकिन इसका इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब दोनों सेनाओं के बीच बातचीत और राजनयिक विकल्प से कोई हल नहीं निकलेगा।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने बात करते हुए कहा कि एलएसी पर विवाद की वजह, बॉर्डर को लेकर अलग-अलग धारणाएं होती हैं. उन्होंने सैन्य विकल्पों पर बात करने से मना कर दिया. गौरतलब है कि चीन अभी भी पैगॉन्ग के इलाके में डटा हुआ है. वह फिंगर-5 से पीछे जाने के लिए तैयार नहीं है.
गौरतलब है कि एलएसी पर विवाद सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच कई बार सैन्य वार्ता हो चुकी है. इसमें लेफ्टिनेंट-जनरल स्तर की वार्ता शामिल है. राजनयिक स्तर पर भी बातचीत जारी है. संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी चीन से बात कर रहे है. दोनों पक्षों के बीच सीमा पर तनाव को कम करने पर बात किया जा रहा है.
बता दें कि शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एनएसए और तीन सेना प्रमुखों के साथ लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ जारी गतिरोध पर चर्चा की। चीन ने लद्दाख में एलएसी पर बिल्टअप कर लिया है। वहीं भारत ने भी उसका मुकबाला करने के लिए भारी संख्या में जवान और हथियारों की तैनाती की हुई है।