इंदौर में चार मंजिला होटल ढहने से मैनेजर समेत 10 लोगों की मौत, 6 जख्मी

चार मंजिला होटल
  • 80 साल पुरानी थी इमारत, तोड़ने के बजाय 2 और मंजिल बना दी।
  • बेसमेंट में पानी भरा होने के कारण नींव कमजोर हो चुकी थी।
  • 8 दिन पहले छत गिरी थी पर प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया।

इंदौर के सरवटे बस स्टैंड स्थित चार मंजिला होटल की इमारत ढहने से 10 लोगों की मौत हो गई। मृतकों का यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। इस बिल्डिंग में लॉज भी संचालित होता था। हादसे में 5 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसा रात 9:20 मिनट के आसपास का बताया जा रहा है। अभी भी कुछ लोगों के मलबे में दब होने की आशंका है और प्रशासन की और से राहत व बचाव का काम जारी है। घायलों का इलाज एम वाय अस्पताल में चल रहा है।

इमारत गिरने के कुछ समय बाद ही पुलिस ने पहुंच कर पूरे क्षेत्र को घेर लिया और उधर से गुजरने वाली सड़कों को बंद कर दिया। वहीं फायर ब्रिगेड की टीम ने पहुंचकर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि होटल के एक हिस्सा का मलबा पड़ोस के एक मकान पर भी जा गिरा, जिसमें करीब चार-पांच लोग फंसे हुए हैं।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, डीआईजी हरिनारायण मिश्रा ने बताया कि एक कार होटल की बिल्डिंग से टकरा गई थी, जिसके तत्काल बाद बिल्डिंग भरभराकर गिर गई। पुलिस के मुताबिक, लगभग 20 लोग मलबे में दबे हुए हैं।  इस इमारत में लॉज भी चलाया जा रहा था। हादसे के फौरन बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड घटनास्थल पर पहुंचे और मलबे के नीचे से लोगों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी।

चार मंजिला होटल

10 मृतकों में से 5 की पहचान हो चुकी है जबकि 5 अन्य की अब भी शिनाख्त नहीं हो सकी है। एमवाय अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक हादसे में सत्यनारायण पिता रामानंद (60), होटल का मैनेजर हरीश सोनी (70), राजू पिता रतनलाल (36), आनंद पोरवाल (निवासी नागदा) और राकेश राठौर (निवासी नंदबाग) की शिनाख्त हो चुकी है, जबकि 3 पुरूष और 2 महिलाओं की पहचान नहीं हो सकी है।

हादसे के तुरंत बाद आसपास मौजूद लोगों ने बचाव कार्य व मदद शुरू की। होटल के पास स्थित एक अन्य होटल के कर्मचारी अजय राजपूत के मुताबिक अचानक तेज धमाके की आवाज आई और क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। बाहर देखा तो पूरे क्षेत्र में धूल का गुबार छाया हुआ था। पूरी होटल गिर चुकी थी। वहां से गुजर रहा एक ऑटो रिक्शा भी उसकी चपेट में आ गया। ऑटो के चालक सत्यनारायण चौहान को लोगों ने तुरंत निकालकर 108 एंबुलेंस से अस्पताल रवाना किया। घटना के करीब 20 मिनट बाद नगर निगम, आपदा प्रबंधन, फायर ब्रिगेड की टीमों के साथ ही पुलिस और निगम प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे।

सीएम शिवराज चौहान ने ट्वीट कर इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘इंदौर के सरवटे बस स्टैंड के पास हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। बचाव कार्य सहित पूरी स्थिति पर हमारी नजर है। ईश्वर से प्रार्थना है कि सभी सकुशल हों और घायल शीघ्र स्वस्थ हों।’ उन्होंने इस दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए तथा घायलों को पचास- पचास हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।

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