न्यूज़ डेस्क | Sun, 01 Apr 2018 | 11:16 AM (IST)
श्रीनगर: रविवार को दक्षिण कश्मीर के द्रगड़ शोपियां में सुरक्षाबलों ने सात आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों में 12 लाख रुपये के इनामी जीनत उल इस्लाम व पाकिस्तानी कमांडर नवीद जट भी शामिल बताए जा रहे हैं, हालाँकि पुलिस ने मारे गए आतंकियों की पहचान की पुष्टि से इंकार करते हुए कहा कि इनमें तीन नामी कमांडर हैं और सभी के विदेशी होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। मुठभेड़ में दो सैन्यकर्मी भी जख्मी हुए हैं। इस बीच, सात आतंकियों की मौत के बाद आतंकी समर्थकों और सुरक्षाबलों के बीच शुरू हुई हिंसक झढ़पों में एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं।
तनाव को देखते हुए प्रशासन ने शोपियां, पुलवामा के विभिन्न हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही पूरे दक्षिण कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं को भी बाधित कर दिया है। बनिहाल-श्रीनगर रेल सेवा को भी अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है।
इस एनकाउंटर में लश्कर-ए तैयबा का एक टॉप कमांडर भी मारा गया है। जीनत-उल इस्लाम मौजूदा वक्त में कश्मीर में आतंक का बड़ा चेहरा बन गया था। शोपियां के जानीपुरा का रहने वाला जीनत नवंबर 2015 को आतंकी संगठन के साथ जुड़ा था और पिछले दो सालों से 10 मोस्ट वॉन्टेड आंतकियों की लिस्ट में उसका नाम शामिल था।
कश्मीर घाटी में बीते सात सालों में किसी एक मुठभेड़ में एक ही जगह पर सात आतंकियां के साथ मार जाने का यह पहला मामला है। इन सात आतंकियेां के मारे जाने से लश्कर का दक्षिण कश्मीर में एक मजबूत किला बन चुका शोपियां भी अब आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त होने की राह पर चल निकलेगा।
गौरतलब है कि आतंकियों की मौत की खबर फैलते ही द्रगड व उसके साथ सटे इलाकों में तनाव फैल गया। बड़ी संख्या में लोग नारेबाजी करते हुए जमा हो गए और उन्होंने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरु कर दिया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस काे भी बल प्रयोग करना पड़ा। इस खबर के लिखे जाने तक पुलिस और आतंकी समर्थकों में जारी हिंसक झढ़पों में एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे।