कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नया खुलासा किया है। संगठन ने माना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण अब हवा में फैल रहा है। कुछ वैज्ञानिकों के एक समूह ने डब्ल्यूएचओ से गुहार लगाई है कि वो कोरोना वायरस को लेकर अपनी गाइडलाइन बदलें कि लोगों में ये सांस की बीमारी कैसे फैल रही है।
CCMB के निदेशक राकेश मिश्रा ने बताया कि करीब 10 दिन पहले शुरू हुए अध्ययन का उद्देश्य यह जानना है कि क्या वायरस वास्तव में हवा के जरिए फैल सकता है. और अगर ऐसा होता है तो वायरस फैलकर कितनी दूर तक जा सकता है और वातावरण में उसकी मौजूदगी का समय कितना हो सकता है.
अध्ययन के जरिए संक्रमित मरीज से स्वास्थ्य कर्मियों को वाजिब दूरी तक रखने में मदद मिलेगी. गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को करीब दो महीने पहले 200 से अधिक वैज्ञानिकों ने पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने हवा के जरिए कोरोना वायरस फैलने का सबूत पेश करने का दावा किया था. फिलहाल ये अध्ययन अब उसी दिशा में किया जा रहा है.