वायुसेना के लिए आज का दिन ऐतिहासिक साबित होने वाला है. भारतीय सेना को 5 राफेल विमान मिल चुके हैं. यह फ्रांस से उड़ान भर आज अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे. इस एयरक्राफ्ट के भारतीय वायुसेना में शामिल होने से भारतीय सेना का मनोबल काफी उंचा हो जाएगा.
राफेल की बहुत खासियतें हैं राफेल के अचूक निशाने से दुश्मन किसी तरह नहीं बच सकता. अगर बिना पे लोड की बात करें तो राफेल का वजन 10 टन है. अगर यह मिसाइल्स के साथ उड़ान भरता है तो इसका वजन 25 टन तक हो जाता है. कई मालवाहन एयरफोर्स के विमानों का भी इतना वजन नहीं होता है.इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. राफेल विमानों की लैंडिंग के वक्त लोगों के छतों पर चढ़ने और सेल्फी लेने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.
हरकीरत सिंह 5 राफेल विमानों की पहली खेप में सबसे पहले विमान की लैंडिंग करवाएंगे. इसके बाद बाकी 4 विमानों की लैंडिंग होगी. विमानों को रिसीव करने के लिए एयरफोर्स चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया समेत वेस्टर्न एयर कमांड के कई अधिकारी भी एयरबेस पर मौजूद रहेंगे.
देश के लिए यह गौरवशाली उपलब्धि हासिल करने वाले पायलट हरकीरत सिंह कौन हैं और उनकी क्या खासियत है.ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह भारत के सामरिक महकमे में काफी मशहूर हैं. फिलहाल वह एयरफोर्स की 17वीं गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन के कमांडिंग ऑफिसर के पद पर तैनात हैं.