नई पीढ़ी की अनूठी मिसाल है ‘अर्घ्य’

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पिछले दिनों उ.प्र. में आज़मगढ़ जनपद के पांती ग्रामसभा में ख्यातिलब्ध शिक्षाविद् और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. पं. बैजनाथ तिवारी के जीवन पर केंद्रित पुस्तक “अर्घ्य” का विमोचन सम्पन्न हुआ ।

पुस्तक विमोचन समारोह में राजनीति, शिक्षा, साहित्य, सिनेमा और मीडिया जगत की जानी-मानी हस्तियां मौजूद थीं। राजेंद्र तिवारी ने उपस्थित विद्वतजनों एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए पुस्तक के संदर्भ में बताया कि “अर्घ्य” बाबूजी को समर्पित एक भावांजली है। उनकी जीवन-गाथा सदैव हमारा पथ आलोकित करती रहेगी ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गांधी शताब्दी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य दीनानाथ लाल श्रीवास्तव थे। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि हमने भौतिक प्रगति तो कर ली है किंतु कहीं न कहीं अपने नैतिक मूल्य खोते जा रहे हैं। मरती संवेदनाओं और लुप्त होते मानवीय मूल्यों के इस दौर में सद्यः प्रकाशित पुस्तक नई पीढ़ी का पथ-प्रदर्शन करेगी। इसके लिए उन्होंने पुस्तक के लेखक पवन बख्शी समेत तिवारी परिवार के सामूहिक सद्प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

अपने अध्यक्षीय भाषण में केशव प्रसाद उपाध्याय ने भी पुस्तक के सामाजिक सरोकार को रेखांकित करते हुए युवा पीढ़ी के लिए “अर्घ्य” को एक प्रकाश स्तम्भ के समान माना।

संयोजन समिति से जुड़े फिल्म निर्देशक विवेक तिवारी ने बताया कि इस लोकार्पण समारोह में स्थानीय निवासियों ने भारी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई। इस अवसर पर सभाजीत सिंह, बजरंग तिवारी, कन्हैया सिंह, रामाश्रय तिवारी, राजेंद्र तिवारी, जितेन्द्र मोहन तिवारी, विवेक तिवारी, अखिलेश मिश्र, राजनाथ पाण्डेय सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

समारोह के अंत में दिल्ली के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक एवं पं. बैजनाथ तिवारी के ज्येष्ठ पुत्र रामाश्रय तिवारी ने आमंत्रित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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