कानपुर। चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरु गाँव में बीते गुरुवार देर रात कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी, जिसमें आठ पुलिसकर्मियों ने लड़ते हुए अपनी जान गवाँ दी। 48 घण्टे बीतने बाद भी पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरेबान से दूर हैं, लेकिन प्रशासन का एक्शन प्लान लगातार जारी है।
घटना के बाद पुलिस की मुखबिरी करने के शक में चौबेपुर थाना प्रभारी विनय तिवारी को निलंबित करके एसटीएफ बड़ी कार्यवाई में जुटी हुई है। शनिवार को कुख्यात अपराधी विकास दुबे की लंका को उसी जेसीबी से जमींदोज कर दिया, जिस जेसीबी का इस्तेमाल कर उसने पुलिसकर्मियों की गाड़ियां घेर ली थी। जिसके बाद उसका एक साथी दयाशंकर अग्निहोत्री पुलिस मुड़भेड़ के दौरान पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। दयाशंकर ने बताया कि गुरुवार हुई खून की होली में करीब पांच दर्जन से भी अधिक हमलावरों ने पुलिस कर्मियों पर फायर किए थे। वहीं विकास दुबे ने भी दयाशंकर की बंदूक से पुलिसबल पर फायर किया था।
मुखबिरी के शक में चौबेपुर सहित शिवराजपुर थानों के आधा दर्जन पुलिस कर्मियों को रिमांड में लेकर एसटीएफ पूछताछ में जुटी है। करीब डेढ़ सौ से अधिक ठिकानों पर छापेमारी के साथ सर्विलांस सेल ने करीब दो हजार नम्बरों को सर्विलांस पर लगा रखा है। हिस्ट्रीशीटर विकास के मिले मोबाइल फोन से करीब तीन दर्जन से अधिक संदिग्ध नम्बर पाए गए हैं। घटना में 21 नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और करीब 50 से 60 लोग शक के घेरे में बने हुए हैं। वहीं घटना के दौरान लाइनमैन द्वारा गांव की बिजली काटने के सम्बंध में शनिवार को जेई सहित लाइनमैन भी एसटीएफ की राडार में आ गया। जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। वहीं प्रशासन लगातर दबिश देकर कुख्यात अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।