पॉलिथीन चबाते हुए गरीबों को देखा, तभी से गरीबों के लिए कर बैठे कुछ ऐसा

कानपुर- कई महीनों पहले कुछ गरीब बच्चों को पॉलीथिन चबाते हुए देखा था। उस समय ही गरीबों के लिए कुछ करने की अलख जगी। तभी से हर सप्ताह सैकड़ों और हजारों गरीबों को भरपेट भोजन पहुंचाने के लिए कानपुर की कई संस्थाएं भरपूर प्रयास कर रही हैं। उनके इस प्रयासों से लग रहा है, कि कानपुर में धीरे-धीरे कोई भी गरीब भूखा नहीं सोएगा। भविष्य में गरीबों के लिए और उनके बच्चों के लिए कुछ अलग करने की चाहत को लेकर ऐसी संस्थाएं प्रयासरत हैं।

इन्हीं संस्थाओं के रूप में गरीबों का भोजन नामक संस्था पिछले आठ महीनों से गरीबों के लिए भरपेट भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत हैं। इस संस्था के संस्थापक शैलेश शुक्ला ने बताया कि पिछले आठ महीने पहले कई गरीब बच्चों को पॉलीथिन चबाते हुए देखा था, तब से ही गरीबों के लिए कुछ न कुछ भोजन उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं। अब हर सप्ताह कानपुर के सरकारी अस्पताल हैलट, उर्सला सहित कानपुर सेंट्रल स्टेशन में भी गरीबों के लिए भोजन उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं। उसी प्रकार इस रविवार भी गरीबों का भोजन नामक संस्था ने कानपुर सेंट्रल में लगभग 500 गरीब लोगों को भोजन पहुंचाया। संस्थापक शैलेश शुक्ला ने बताया इस कार्य में ग्रुप में जुड़े कई सदस्यों और अन्य लोगों का सहयोग रहता है जिससे हम गरीबों तक भोजन पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि संस्था के सदस्यों के रूप में प्रदीप, विपिन, समीर, प्रवीन, विनय, जैनेंद्र, तेजस्वी, रामबाबू, हरिओम, अमित, विजय, शिवम आदि लोग मिलकर संस्था का सहयोग करके गरीबो तक भोजन पहुँचा रहे हैं।

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