पाकिस्तान आर्थिक तंगी के दलदल में धंसता जा रहा है. पाकिस्तान की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. पाकिस्तान में भ्रष्टाचार और अर्थव्यवस्था की बदहाली के चलते लोगों में सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है. अर्थव्यवस्था की बदहाली के चलते पाकिस्तान में बेरोजगारों की संख्या में इजाफा हो रहा है. जीवन जीने के लिए अनिवार्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छूने लगी हैं.
आलम यह है कि गेहूं की कीमत रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। पाकिस्तान में एक किलो गेहूं के लिए लोगों को 60 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। द न्यूज के मुताबिक पाकिस्तान में 40 किलो के गेहूं के कट्टे की कीमत 2400 रुपए है। पहली बार देश में गेहूं की कीमत इस स्तर तक पहुंच गई है।
पिछले साल दिसंबर में भी गेहूं की कीमत इसी तरह काफी तेजी से बढ़ी थी, तब इसकी कीमत 50 रुपए प्रति किलोग्राम तक हुई थी। इस साल 5 अक्टूबर को गेहूं की कीमत 2400 रुपए प्रति 40 किलोग्राम तक पहुंच गई। ऑल पाकिस्तान फ्लोर असोसिएशन ने केंद्र और राज्य सरकारों से गेहूं का खरीद मूल्य तुरंत निर्धारित करने की मांग की है। फ्लोर असोसिएशन का कहना है कि देश में गेहूं की कमी मिल मालिकों की वजह से नहीं बल्कि प्रभावशाली लोगों की वजह से है।