इंडोनेशिया में सुनामी से तबाही, 43 की मौत, 600 से ज्यादा घायल

जकार्ता: रिंग ऑफ फायर कहे जानेवाले इंडोनेशिया में फिर सुनामी ने भारी तबाही मचा दी है। इंडोनेशिया की सुंदा खाड़ी में सुनामी की चपेट में आकर 43 लोगों की मौत हो गई। 584 जख्मी हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार देर रात अनाक क्राकातोआ ज्वालामुखी फटने के बाद समुद्र के नीचे भूस्खलन आ गया। इससे उठी ऊंची लहरों ने तटीय इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया। दक्षिणी सुमात्रा के किनारे स्थित कई इमारतें तबाह हो गईं।

सुंदा खाड़ी जावा समुद्र को हिंद महासागर से जोड़ती है। यह इंडोनेशिया के जावा और सुमात्रा द्वीप के बीच है। सुमात्रा के दक्षिणी लामपुंग और जावा के सेरांग और पांदेलांग इलाके में सुनामी का सबसे ज्यादा असर पड़ा। नेशनल डिजास्टर एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो नुग्रोहो ने बताया कि सुनामी स्थानीय समयानुसार शनिवार रात करीब 9:30 बजे आई। अधिकारियों का कहना है कि अनक के फटने की वजह से समुद्र के अंदर लैंडस्लाइड हुआ और लहरों में असामान्य परिवर्तन आया जिसने सुनामी का रूप ले लिया।

 

इंडोनेशिया में इतने भूकंप और सुनामी इस कारण से आते हैं 

दुनिया में पृथ्वी की सतह पर सक्रिय ज्वालामुखियों में से आधे इसी इलाके में पड़ते हैं। इस कारण इस इलाक़े को रिंग ऑफ फायर या आग का गोला भी कहा जाता है। इस क्षेत्र में हर साल भूकंप और सुनामी से भारी क्षति होती है। साल 2004 में इंडोनेशिया में आए भूकंप की वजह से पैदा हुई सुनामी ने हिंद महासागर के तटों पर भारी तबाही मचाई थी। इस प्राकृतिक आपदा में सवा दो लाख से अधिक लोग मारे गए थे।

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