11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र की आम सभा ने 1989 से 11 जुलाई को हर वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत की थी। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को बढ़ती जनसंख्या के प्रति सचेत करने का है।
अगर जनसंंख्या लगातार इसी तरह बढ़ते रही तो दुनिया में बहुत बड़ा संकट आ सकता है।इस दिन लोगों को याद दिलाता है कि दुनिया में किस तरीके से लगातार जनसंख्या बढ़ती जा रही है, जिसे रोकना हमारे लिए बेहद जरूरी है।
जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत 1989 से हुई थी। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की आम सभा ने बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए इस दिन को मनाने का निर्णय लिया। जिसके बाद से 11 जुलाई को हर साल जनसंख्या मनाया जाने लगा।
इस साल का थीम कोरोना महामारी के समय में दुनियाभर की महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य और अधिकारों की सुरक्षा पर आधारित है। यूएनएफपीए की एक रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन के दौरान अनियोजित गर्भधारण के कारण संख्या बढ़ने की उम्मीद है।