बी.एम. रुइया गर्ल्स कॉलेज: वार्षिक उत्सव ‘रस फुहार-सिनेमा की गरिमा’ संपन्न

रस फुहार

मुंबई: मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा संचालित बी.एम. रुइया गर्ल्स कॉलेजसीताराम देवरा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़ का वार्षिक उत्सव “रस फुहार – सिनेमा की गरिमा” शुक्रवार 21 दिसम्बर 2018 को पाटकर सभागृह में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मारवाड़ी सम्मेलन व कार्यक्रम के अध्यक्ष एडवोकेट सुशील व्यास, मुख्य अतिथि के रूप में एस.एन.डी.टी. महिला विश्वविद्यालय की कुलगुरु डॉ. शशिकला वंजारी , विशिष्ट अतिथि योग वाचस्पति शारदा बूबना जी, सम्मेलन के महामंत्री सुरेश देवरा जी, ट्रस्टी व बी. एम. रुइया गर्ल्स कॉलेज के संयोजक श्रीकांत डालमिया व सीताराम देवरा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़ के संयोजक विजय सिंघल, सम्मेलन के सदस्य जुगलकिशोर जालान, आनन्द प्रकाश गुप्ता, शैलेश डालमिया व अन्य सदस्य, प्राचार्या डॉ. सन्तोष क़ौल काक जी की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया।

रस फुहार

इस रंगारंग कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों के कर-कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया तदनन्तर महाविद्यालय की सांस्कृतिक इंचार्ज श्रीमती श्रुति रानडे द्वारा ईश वंदना प्रस्तुत की गई। भारतीय सिनेमा के असीम व अमूल्य योगदान की झलक को इस वार्षिक उत्सव रस फुहार : सिनेमा की गरिमा के माध्यम से कोरियोग्राफर शशिन मिस्त्री और उनकी टीम ने मेहनत और लगन से सहेजकर व सँवारकर महाविद्यालय की छत्राओं के द्वारा नृत्य के रूप में अभिव्यक्त कर बॉलीवुड के अमर गीत-संगीत को, फ़िल्म जगत में अभिनय कला से अमर होनेवाले कलाकारों की याद को ताजा कर सारा वातावरण रसमय बना दिया।

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इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सन्तोष क़ौल काक ने महाविद्यालय का परिचय देते हुए वर्षभर की एकेडमिक व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी एवं भविष्य में निरन्तर उन्नति करने की कामना व्यक्त की। कुलगुरु डॉ शशिकला वंजारी ने महाविद्यालय की सराहना करते हुए एक छोटी -सी कहानी के माध्यम से ये समझाने का प्रयास किया कि हमें व्यवहार में नम्रता व कृतज्ञता का भाव लाना चाहिए , माता-पिता , गुरुजन व प्रकृति के प्रति कृतज्ञ होना चाहिए जो हमें जीवन देते हैं और जिनसे हमारा जीवन सँवरता है ,तथा शुभकामनाएं दीं। शारदा बूबना ने अपने वक्तव्य में कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमें तीन चीजों को महत्व देना चाहिए ,एक समय दूसरा स्वास्थ्य और तीसरा अनुशासन ।ये तीनो जीवन को सँवारते व सफल बनाते हैं, यदि हम समय के महत्व को समझेंगे तो कभी विफल नहीं होंगे, शरीर स्वस्थ होगा तो ही कार्य करने की शक्ति मिलेगी तथा अनुशासन से संयम व नियम पालन करने की सीख मिलती है जो जीवन को सफलता प्राप्त कराती है और योग इन तीनों का मिलाजुला रूप है, इसीलिए योग करना आवश्यक है। इस प्रकार छात्राओं  को योगासन के लिए प्रेरित कर शुभकामनाएं दीं।

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सुशील व्यास ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य द्वारा स्त्री शिक्षा के लिए कई वर्षों से समर्पित मारवाड़ी सम्मेलन के असीम योगदान व कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके समाज ने यह कार्य तब से प्रारम्भ किया जब कोई लड़कियों को पढ़ाने के विषय में सोचता भी नहीं था । सम्मेलन के परिश्रम व लगन का परिचय देते हुए उनके द्वारा चलाए जानेवाली विभिन्न संस्थाओं की प्रगति की चर्चा भी की तथा भविष्य में भी मारवाड़ी सम्मेलन के सुदृढ़ संगठन में चलनेवाली सभी संस्थाओं के विकास में दृढ़ता के साथ कार्यरत रहने की बात करते हुए प्राचार्या व सांस्कृतिक इंचार्ज व उनकी टीम तथा मार्गदर्शन देनेवाले कोरियोग्राफर शशिन मिस्त्री एवं उनकी टीम की मेहनत और लगन की सराहना की तथा सभी को धन्यवाद व शुभकामनाएं दीं।

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इस अवसर पर महाविद्यालय की रीढ़ व उसका मान शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया। बेस्ट टीचर का सम्मान कुसुमा डबाली को तथा बेस्ट नॉन टीचिंग का सम्मान साहेबराव मराठे को मिला। साथ ही स्टाफ के उन लोगों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने लगातार 25 वर्षों से महाविद्यालय को अपनी मेहनत व लगन से सींचा व आगे बढ़ाया। 25 वर्षों के असीम योगदान का यह सम्मान पाने का गौरव डॉ. सन्तोष क़ौल काक, डॉ. रेणुका देवी जेना, शर्मिला शर्मा, सन्तोष भालेकर और साहेबराव मराठे को मिला।

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इस अवसर पर उन छात्राओं को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने विषय की परीक्षाओं में विश्वविद्यालय व बोर्ड के स्तर पर सर्वाधिक अंक प्राप्त कर महाविद्यालय का मान बढ़ाया। यह गौरव प्राप्त करनेवाली छात्राएं हैं – श्यामली शाव (हिंदी), प्रिया दिलीपकुमार (अंग्रेजी), अनिता तमंग (अर्थशास्त्र),रेणुका होनमोरे (समाजशास्त्र), सपना विशनोई (वाणिज्य), सोनिया कनौजिया (बी एम एम), श्रेया माने (बी एम एस), स्नेहल अरब (XII ई), डिम्पल कुमारी (XII H) रुतुजा बेलकर (XII वाणिज्य) कोमल कोलते को ‘मिस यशस्विनी‘ का सम्मान मिला और प्रथम रनर अप का सम्मान शिवानी जैन को, द्वितीय रनरअप का सम्मान ऐश्वर्या बनसोडे को प्राप्त हुआ। बेस्ट एन एस एस के सम्मान से प्रिया परमार सम्मानित हुई और बेस्ट एन सी सी केडिट का सम्मान चंद्रिका सोलंकी को, बेस्ट खिलाड़ी का गौरव ऐश्वर्या खाड़े को, बेस्ट स्टूडेंट ऑफ द ईयर का सम्मान शिवानी जैन को प्राप्त हुआ।

रस फुहारइस कार्यक्रम की स्क्रिप्ट प्राचार्या डॉ. सन्तोष क़ौल काक व महाविद्यालय की सांस्कृतिक इंचार्ज श्रुति रानडे के मार्गदर्शन में महेश्वरी मुदुरेश्वर ने की तथा श्रीकांत डालमिया ने धन्यवाद देते हुए शुभकामनाएं दीं, सपना भामरी व अजीथा गोपीनाथ ने संचालन किया ।

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