कानपुर- गुरु का दर्जा भगवान से भी ऊपर माना गया है। गुरु ही हैं जो हमें अज्ञानता के अंधकार से उबारकर सही मार्ग की ओर ले जाते हैं। गुरु पूर्णिमा को लेकर मान्यता है कि इसी दिन आदिगुरु, महाभारत के रचयिता और चार वेदों के व्याख्याता महर्षि कृष्ण द्वैपायन व्यास महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ। इसी गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में देश के भिन्न भिन्न स्थानों में गुरु पूर्णिमा बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है।
वहीं कानपुर के फजलगंज में भी गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में साईं बाबा की पालकी निकाली गई, जो कि एक विशाल रूप के साथ दर्शन पुरवा, कौशलपुरी और लाजपत नगर से होते हुए मंदिर में में वापस लाई गई। यहाँ के लोगों ने बताया कि बाबा की पालकी चन्द्रग्रहण होने के कारण से 15 जुलाई को निकली गई और सभी साईं भक्तों ने मिलकर पालकी में सहयोग किया। बताया जा रहा है कि यह रैली लगभग 11 वर्ष से लगातार निकाली जा रही हैं। इस कार्यक्रम में सभी साईं भक्तों ने रैली का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से चन्द्रमोहन, आसीष, संजय, अरुण सविता, अशोक सक्सेना, प्यारेलाल, अशोक वर्मा, कृष्ण कुमार, पप्पू यादव एवं अन्य लोग भी मौजूद रहे।