तेईस मार्च
सिर्फ़ एक तारीख़ नहीं
एक आईना है
इसमें झाँको!
पूछो ख़ुद से
ज़िंदा होने का अर्थ
शर्माओ नहीं!
मुर्दों की भीड़ में
अकेले नहीं तुम
आत्माएँ औरों की भी
मरी हुई हैं
भागो मत!
शहीदों का लहू
अभी सूखा नहीं है
जिस्म उनके गर्म हैं
साँसें चल रही हैं
उन्हें महसूस करो
मुँह मत छिपाओ!
कायर तुम अकेले नहीं हो
बोझ सिर्फ़ तुम्हारे ही
कंधों पर नहीं
उनके भी था
जिन्हें साल में एक बार
याद करने की
रस्म अदा करते...
आनंद प्रकाश
किसी जुबान का अदब जिंदगी की हकीकत का वह दर्पण है जो डॉ. नंदलाल शर्मा से कतई खाली नहीं है। यह तो डॉक्टर साहब के स्वभाव का विशेष गुण है। इसलिए डॉक्टर साहब के मुख से मुखरित हुए हरेक शब्द को डोर में पिरोया जा सकता है। जो प्रत्येक शब्द को पंक्ति बद्ध करके उसके बोझ को...
हिकीकोमोरी शब्द का उपयोग जापान में उन लोगों के लिए किया गया था, जो लोग 90 के दशक में अर्थव्यवस्था का बुलबुला फूटने पर बेरोजगारी के शिकार हो गए और मानसिक रुप से समाज और व्यवस्था से निराश होकर अपने पैरेन्ट्स के पेंशन पर निर्भर रहने लगे। इन लोगों ने रोजगार की तलाश में अपना पैतृक घर नहीं छोड़ा।...
देश
‘जयशंकर प्रसाद : महानता के आयाम’ प्रसाद को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित करने वाला ग्रंथ है – प्रो.आनंदप्रकाश त्रिपाठी
NIVYA PANDEY
जयशंकर प्रसाद : महानता का आयाम ग्रंथ महाकवि जयशंकर प्रसाद को विश्व-स्तर पर प्रतिष्ठित करने वाला ग्रंथ है। इसमें आलोचक प्रोफेसर करुणाशंकर उपाध्याय ने न केवल गीता के 18 अध्याय की तरह प्रसाद की महानता के 18 प्रतिमान बनाए हैं अपितु विश्व के 15 सबसे बड़े महाकवियों के साथ उनकी तुलना द्वारा आलोचना का ऐसा मानक प्रस्तुत किया है...
चित्रामुद्गल समकालीन हिंदी साहित्य की शिखर साहित्यकार हैं। आपने गुण और परिमाण दोनों ही दृष्टियों से अपने वैविध्यपूर्ण लेखन द्वारा हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है।आपका सद्य: प्रकाशित ' नकटौरा ' उपन्यास आद्यंत पढ़ गया।इसमें चित्रामुद्गल का परिपक्व चिंतन और सर्जनात्मक व्यक्तित्व अनेक स्थलों पर उदात्त की भावभूमि तक पहुँच गया है। वह अत्यंत सहज और चिंतनात्मक हो गया...
महराजगंज/गांधीनगर: गांधीनगर बाजार में स्थित मेन रोड पर वी.एम. पी.एम. पब्लिक स्कूल में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा (रा.) की सदस्यता प्रमाण पत्र के वितरण में सम्मानित विप्र समाज के लोग उपस्थित हुए। जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उपाध्याय और संजय उपाध्याय प्रदेश अध्यक्ष के आगमन पर स्वस्तिवाचन के साथ माल्यार्पण कर कार्यक्रम शुरू हुआ जिसमें विप्र समाज के सम्मानित सदस्य व पदाधिकारियों...
गत दिनों झांसी में आयोजित हिंदी साहित्य भारती (अंतरराष्ट्रीय) की द्वितीय केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दीक्षांत कार्यक्रम में प्रख्यात आलोचक और मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डाॅ.करुणाशंकर उपाध्याय को हिंदी साहित्य भारती गौरव सम्मान से विभूषित किया गया। भारत सरकार के रक्षा व पर्यटन राज्यमंत्री डाॅ. अजय भट्ट, छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल डाॅ. शेखरदत्त और...
जलवायु
जलवायु परिवर्तन अनुकूलन परियोजनाओं में लैंगिक संवेदनशीलता को नहीं मिलती प्राथमिकता
डॉ. इंद्रकुमार विश्वकर्मा
दुनिया के हर कोने में न सिर्फ़ जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को महसूस किया जा रहा है, बल्कि उससे जुड़े जोखिम और मौजूदा कमजोरियों को कम करने के लिए अनुकूलन परियोजनाओं को लागू भी किया जा रहा है। मगर क्या इन अनुकूलन परियोजनाओं में जेंडर की कोई भूमिका रहती है? इसी सवाल का जवाब तलाशते हुए एक हाल ही...
मुंबई: 2 अगस्त 2022 को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान ने वर्ष 2021 के पुरस्कारों-सम्मानों की घोषणा की। इस बार 21 वीं शती के आचार्य रामचंद्र शुक्ल कहे जाने वाले प्रख्यात आलोचक और मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डाॅ.करुणाशंकर उपाध्याय को उनकी पुस्तक 'मध्यकालीन कविता का पुनर्पाठ' पर प्रतिष्ठित आचार्य रामचंद्र शुक्ल सम्मान 2021 देने की घोषणा...
जहां एक ओर इस बात की उम्मीद थी कि कोविड-19 महामारी के बाद दुनिया भर में ग्रीन रिकवरी होगी, वहीं REN21 की रिन्यूएबल्स 2022 ग्लोबल स्टेटस रिपोर्ट (जीएसआर 2022) की मानें तो पता चलता है कि पृथ्वी ने यह मौका खो दिया है। यह रिपोर्ट एक स्पष्ट चेतावनी देती है कि वैश्विक स्तर पर क्लीन एनेर्जी ट्रांज़िशन नहीं हो...