एड्स से सेफ रहना सिखाती है हिंदी फिल्म ‘सेफ़’

सेफ़

आनंदप्रकाश शर्मा

एड्स के प्रति अवाम में जागरूकता फैलाने के मकसद से बॉलीवुड में ‘फिर मिलेंगे’ और ‘माई ब्रदर निखिल’ जैसी कई फिल्मे बन चुकी हैं। अब इसी सब्जेक्ट पर एक और हिंदी फिल्म ‘सेफ़’ २०१७ में आ रही है, जिसके लेखक, कोरियोग्राफर और डायरेक्टर सनम खोरा हैं। पटियाला से सम्बन्ध रखने वाले सनम खोरा बुनियादी तौर पर डांस डायरेक्टर हैं, मगर बचपन में उन्हें एक ऐसी प्रेरणा मिली, जिसकी बुनियाद पर वह ‘सेफ’की कहानी लिखने और इसे डायरेक्ट करने पर मजबूर हो गए।

बतौर कोरियोग्राफर सनम खोरा ने  कई म्यूजिक वीडियो डायरेक्ट किये हैं। मुम्बई में पिछले दिनों उन्होंने इस संवेदनशील मुद्दे पर आधारित फिल्म का ट्रेलर लांच किया। खोरा फिल्म्स के बैनर तले बनी इस उद्देश्यपूर्ण फिल्म में अमित वशिष्ठ, अपूर्वा ठाकुर, निशांत, डिम्पल, प्रशांत राय इत्यादि ने अभिनय किया है। फिल्म के निर्माता परमजीत कौर, संगीतकार पवन बावा, गीतकार शाइन, एडिटर सुभिराज पाल है।

तीन दोस्तों समर, चिराग और वैदय की कहानी

फिल्म की शूटिंग मुम्बई, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में हुई है। इस फिल्म का रोमांटिक ट्रैक “यह बारिश की बूंदें बस तुमको ही ढूंढें” बहुत प्यारा है। इस फिल्म की स्टोरी एक ही कॉलेज में पढ़ रहे तीन दोस्तों समर, चिराग और वैदय की है। ग्रेजुएशन के आखरी साल में उस कॉलेज में एक खूबसूरत लड़की आयुषी आती है। आयुषी अपने बर्थडे पर समर को अपने घर बुलाती है और दोनों में दोस्ती हो जाती है। शराब के नशे में दोनों के बीच शारीरिक सम्बन्ध भी बन जाते हैं। उधर चिराग की मंगनी शरण से हो जाती है।

सेफ़

चिराग है एचआइवी पॉजिटिव

अचानक एक दिन चिराग को पता चलता है कि वह एचआइवी का शिकार है। इसी बीच यह भी पता चलता है कि समर भी इस बीमारी से जूझ रहा है। तब चिराग यह राज़ खोलता है कि वह कैसे इस जानलेवा मर्ज़ का शिकार हुआ, फिर तीनो दोस्त इस मिशन पर निकलते हैं कि कैसे इस वाइरस से लोगों को बचाया जाए, उनमे जागरूकता पैदा की जाए …!

प्रस्तुति : सुंदर मोरे

इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दें