मुंबई: माहिम इलाके में स्थित बाबा मखदूम शाह माहिमी की दरगाह पर हर वर्ष लगता है। देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले तमाम श्रद्धालु इसमें शिरकत करते हैं। मकदूम बाबा की दरगाह पर लगने वाले उर्स में मुंबई पुलिस सबसे पहले चादर चढ़ाने पहुंची। इस 10 दिवसीय उर्स में शामिल होने के लिए देश भर से हजारों श्रद्धालु मुंबई आते हैं। यहां हर साल एक मेला भी लगता है, कहा जाता है कि मजार पर लगने वाला मेला 600 साल पुराना है। हर साल इस उर्स में मुस्लिम लोगों के साथ-साथ हिंदू श्रद्धालु भी बड़े पैमाने पर शामिल होते हैं।
माहिम मेले में मुंबई पुलिस का एक बड़ा ही अहम किरदार होता है। 10 दिन के बंदोबस्त व सुरक्षा के पीछे पुलिस कर्मियों पुलिसकर्मियो की कड़ी मेहनत होती है। यहाँ आनेवाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा का जिम्मा मुंबई पुलिस का होता है, खासकर माहिम पुलिस स्टेशम का जिनकी हद में मेला चलता है। माहिम पुलिस के कुछ अधिकारी जिनकी निगरानी में इस वर्ष सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किये हैं, उनके नाम हैं – श्री सातपुते (सहायक पुलिस आयुक्त माहिम), कैलाश चौहान (सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर माहिम पुलिस स्टेशन), राजू मोरे (पुलिस इंस्पेक्टर L&O माहिम पुलिस स्टेशन), वानी (पुलिस सब इंस्पेक्टर), अजिंक्य प्रकाश माने (पीसी 140236, LA 1)।