देश में कोरोना के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा हर दिन बढ़ता जा रहा है. हर रोज अब तीन लाख से ज्यादा नए केस सामने आने लगे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 349,691 नए कोरोना केस आए और 2767 संक्रमितों की जान चली गई है.
दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन कार्यक्रम के तीसरे चरण का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाना है. गौर हो कि वैक्सीनेशन का पहला चरण इस साल 16 जनवरी से शुरू हुआ था. इस चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन देने का काम किया गया था. वहीं दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू हुआ था जिसमें 45 से ज्यादा की उम्र वालों को वैक्सीन दिया गया.
वैक्सीनेशन सेंटर पर सीधे जाकर टीका लगवाने की सुविधा फिलहाल नहीं दी जाएगी. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सरकार को इस फेज 3 में टीकाकरण में बड़े जंप की उम्मीद है जबकि सप्लाई सीमित है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ कम होने की भी उम्मीद है.
भारत में, आपातकालीन उपयोग के लिए दो स्वदेशी निर्मित वैक्सीन है. पहला सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का COVISHEILD जबकि दूसरा भारत बायोटेक का COVAXIN..तीसरा वैक्सीन स्पूतनिक है जो रूसी वैक्सीन है.