केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का हल्ला बोल जारी है। पिछले 33 दिन से किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों की मांग है कि तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द किया जाए। वहीं सरकार इन कानूनों को वापस लेने को तैयार नहीं है। किसान आंदोलन को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि सरकार को किसानों की आवाज सुननी चाहिए।
पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने के बाद प्रियंका ने संवाददाताओं से कहा, ”सरकार को किसानों की आवाज सुननी चाहिए. यह कहना एकदम गलत है कि यह (आंदोलन) राजनीतिक साजिश है. जिस तरह के शब्द ये किसानों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, वो पाप है. किसान का बेटा सीमा पर खड़ा है. किसान देश का अन्नदाता है.”
प्रियंका ने इस बात पर जोर दिया कि ”सरकार किसानों के प्रति जवाबदेह है. किसानों से बातचीत करनी चाहिए. उनकी आवाज सुननी चाहिए और कानूनों को वापस लेना चाहिए.”