5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में से एक प्रदेश तमिलनाडु में भी सियासी सरगर्मी लगातार तेज हो रही है. वर्ष 2011 से सत्ता से बाहर हुई पार्टी डीएमके ने AIADMK को चुनावी जंग में मात देने के लिए लेफ्ट, कांग्रेस, वीसीके और कई छोटे दलों के साथ गठबंधन किया है. डीएमके ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है.
डीएमके सांसद टी शिवा ने कहा, ‘यह आज लोगों पर बहुत बड़ा बोझ है. केंद्र और राज्य सरकारें एक्साइज ड्यूटी और सेस बढ़ा रही हैं. जब हम सत्ता में आएंगे, हम तेल की कीमतें कम करेंगे.’
तमिलनाडु में साल 2011 से सत्ता से बाहर डीएमके ने अन्नाद्रमुक को सत्ता से हटाने के लिए कांग्रेस, वाम दलों, एमडीएमके, वीसीके और अन्य छोटे दलों के साथ समझौता किया है. डीएमके ने विधानसभा की कुल 234 सीटों में से उनके लिए 61 सीटें छोड़ी है.
डीएमके के नेतृत्व वाले गठबंधन में कांग्रेस 25 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी छह-छह सीटें, भारतीय संघ मुस्लिम लीग तीन और एमएमके 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.