सिपाही भर्ती के नाम पर सामने आया मुंबई का बड़ा घोटाला 

मुंबई मंत्रालय

आनंदप्रकाश शर्मा | NavprabhatTimes.com

मुंबई: “महाराष्ट्र सरकार मुंबई मंत्रालय के सार्वजनिक बांधकाम विभाग में सिपाही पद की खाली जगह है,” ऐसा कहकर मंत्रालय के ही कर्मचारी मोरेश्वर शंकर चोरगे इस पद को भरने के लिए लोगों को लगभग लाखों का चुना लगा चुके हैं।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मोरेश्वर मंत्रालय में ग्राम विकास व जल संचारण विभाग में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। मंत्रालय में भर्ती के नाम पर चोरगे ने मंगेश प्रभाकर कवटक को इस सिपाही पद पर नियुक्ति के लिए कुल 3 लाख 50 हजार की डिमांड की थी जिसमें से मंगेश ने चौरगे को 1,25000 रुपए दे दिये। इस रकम के बदले में चोरगे ने 1,30,000 रुपए का चेक दिया, पूर्ण विश्वास में लेने के लिए। जिससे वह मंगेश से बाकी रकम आसानी से ले सके। इस प्रकार से मोरेश्वर चोरगे समय-समय पर सारी प्रक्रिया पूरी करता रहा। बड़े ही हिम्मत और साहस के साथ चोरगे ने मंगेश को कहा-

तुम्हारा मेडिकल करवाना है, मेडिकल के लिए मंत्रालय से लेटर आया है, जिसे सरकारी अस्पताल से मेडिकल करवाकर सर्टिफिकेट जमा करना है मंत्रालय में।

इतना कहकर चोरगे  मंगेश के हाथ में सरकारी मेडिकल पत्र देकर चला गया।

आगे पढ़ें   ➡ जी.टी.अस्पताल का जाली मेडिकल प्रमाण पत्र ।

जल्द ही आपके सामने …

  • दादर पुलिस स्टेशन में मोरेश्वर चोरगे के खिलाफ शिकायत दर्ज।

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