आरटीआई एक्टिविस्ट सुनील गोसावी ने किया अपनी कलम से बड़ा खुलासा

आरटीआई एक्टिविस्ट

आनंदप्रकाश शर्मा | NavprabhatTimes.com

जब आरटीआई एक्टिविस्ट सुनील गोसावी ने सारी जानकारी केंद्रीय सूचना अधिकार नियम के तहत मांगी, तो सबकी बोलती बंद हो गई। सुनील गोसावी ने सूचना के विषय में गोकुलदास तेजपाल अस्पताल से “महाराष्ट्र शासन मंत्रालय मुंबई में नोकर भर्ती के संबंध में सही तरीके से वैद्यकीय जांच के बारे में नियम के आधार पर जानकारी माँगी और साथ ही उस कार्य को करने की क्या पद्धति है, इन सबकी जानकारी बड़े ही बेबाक़ शब्दों में माँगी।

इसकी जानकारी गोकुलदास तेजपाल अस्पताल के अधिकारियों ने नियमानुसार दी है। सुनील गोसावी ने कई अहम सवालों से मंत्रालय में सरकारी सेवार्थ के लिए पात्रता वैद्य की जांच पद पर नियुक्त और सेवार्थ के लिए शर्त कार्यपद्धति की पूरी जानकारी नियम के अनुसार मांगी। जिसके जवाब में जन सूचना अधिकारी ने बड़े ही साफ शब्दों में जवाब दिया है। मंत्रालय से कोई भी व्यक्ति नियुक्ति के बाद आता है, तो वह सरकार द्वारा दिया गया सरकारी पत्र मंत्रालय से लेकर आता है। हमें दिखाता है और कहता है कि उसे मेडिकल करवाना है। उसी पत्र के आधार पर हम उसे जाँच करने की सलाह देते है। उसी पत्र के आधार पर उसे प्रत्येक ओपीडी का केस पेपर निकाल कर जांच करने के लिए भेज दिया जाता है ।

दूसरे सवाल में सुनील गोसावी ने प्रशासन या शासन के द्वारा लिखित रूप से आए हुए पत्र की जांच रिपोर्ट को किस आधार पर भेजना पड़ता है? या उस रिपोर्ट को उम्मीदवार के हाथ में दिया जाता है। जवाब में डॉक्टर ने कहा कि उम्मीदवार की जांच प्रति उसके हाथ में दी जा सकती है और नियम के अनुसार उसी जांच रिपोर्ट को गोपनीय रूप से उस विभाग को भेज दिया जाता है। जिस विभाग में भर्ती प्रक्रिया चल रही है, आदेशानुसार जाँच रिपोर्ट को भेजा भी जा सकता है। इस तरह से कई बड़े सवालों से घोटालों का खुलासा हो रहा है।

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