जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के विरोध पर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के बयानों पर संजय राउत ने पलटवार किया है। शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि चाहे फारूक अब्दुल्ला हों या महबूबा मुफ्ती, अगर कोई भारत के संविधान को चुनौती देने के लिए चीन की मदद लेने की बात करता है, तो उन्हें 10 साल के लिए जेल भेजा जाना चाहिए।
संजय राउत ने इन नेताओं का देश में आजाद घूमना देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि अब्दुल्ला और मुफ्ती को हिरासत में लेकर दस साल के लिए अंडमान जेल भेज देना चाहिए। उन्होंने इन नेताओं के आजाद घूमने पर कई सवाल खड़े किए हैं। इसके साथ ही बिहार चुनाव को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए राउत ने कहा कि बिना किसी सपोर्ट के एक युवक, जिसके परिवार का एक दिग्गज सदस्य जेल में हैं बिहार में सभी को चुनौती दे रहा है।
संजय राउत ने तब एक बड़ा विवादित बयान दे दिया जब उनसे बिहार चुनाव में भाजपा के कोरोना टीके को लेकर सवाल किया गया। उनसे एक सवाल करते हुए पूछा गया कि क्या चुनाव प्रचार के दौरान बिहार में बीजेपी के टीके के वादों में कोई चुनाव आचार उल्लंघन नहीं था?