- ग्रहण मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, चेन्नई, कन्याकुमारी समेत देश के कई शहरों में दिखा; अगला सूर्य ग्रहण 21 जून 2020 को होगा
- सूर्य ग्रहण और धनु राशि में 6 ग्रहों का दुर्लभ योग, अब 559 साल बाद बनेगा ऐसा संयोग
- गुरुवार को सूर्य, बुध, गुरु, शनि, चंद्र और केतु धनु राशि में रहेंगे, 12 घंटे पहले रात से सूतक लगा
- ग्रहण के समय करना चाहिए मंत्रों का मानसिक जाप और नकारात्मक विचारों से बचें
दशक का आखिरी सूर्य ग्रहण गुरुवार सुबह 8:04 बजे शुरू हुआ। ये मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, चेन्नई, मैसूर, कन्याकुमारी समेत देश के कई शहरों में दिखाई दे रहा है। अधिकतम स्थानों पर खंडग्रास और दक्षिण भारत की कुछ जगहों पर कंकणाकृति सूर्य ग्रहण नजर आया। केरल के कारगोड़ा और यूएई के दुबई में चंद्रमा ने सूर्य को पूरी तरह से ढक लिया और रिंग ऑफ फायर की स्थिति नजर आई। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, भारत के अलावा ये ग्रहण एशिया के कुछ देश, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई दिया। भारत में ग्रहण काल 2.52 घंटे का रहेगा। 9:30 बजे मध्य काल और 10:56 बजे ग्रहण खत्म होगा।
सूर्य ग्रहण के दौरान धनु राशि में एक साथ 6 ग्रह स्थित रहे। इस दिन पौष मास की अमावस्या तिथि रहेगी। ग्रहण के बाद पवित्र नदी में स्नान करने की परंपरा है। इसके बाद अगला सूर्य ग्रहण 21, जून 2020 को होगा, ये भारत में दिखाई देगा। 26 दिसंबर के सूर्य ग्रहण के बाद एक राशि में 6 ग्रहों के साथ सूर्य ग्रहण का योग 559 साल बाद सन 2578 में बनेगा।
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